Bewafa
Shayari in Hindi
जान देना आसान नहीं होता, किसने जान देकर प्रीत निभाई है, इस खुदगर्ज जमाने में, सबने की हमसे बेवफाई है
सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे, जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा।
वो जमाने में यूँ ही बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त, हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।
ये ख्याल भी अच्छा है बफादार हो तुम, बेवफा हम हैं इलज़ाम भी कम नहीं।
मैं रोकना ही नहीं चाहता था वार उसका, गिरी नहीं मेरे हाथों से ढाल वैसे ही।
फिर निकलेंगे तलाश-ए-मोहब्बत के लिए, कोई बेवफा न मिले दुआ करना दोस्तों।
हम आ गए हैं तह-ए-दाम तो नसीब अपना, वरना उस ने तो फेंका था जाल वैसे ही।
कभी करीब तो कभी जुदा है तू, जाने किस-किस से खफा है तू, मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीं था, पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू
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