Romantic  Shayari 

हमेशा के लिए अपने पास रख लो ना मुझे कोई पूछे तो कह देना दिल है मेरा

लिख दिया जाता है मुकद्दर में यह इश्क  अचानक नहीं होता

बिखरे बिखरे से थे हम पहले अब सवरने लगे तुम्हारी गलियों से रोजाना जो हम गुजरने लगे

वो  किसी ‘एक ‘ की ना सुनने वाली मेरी हर बात सुनती है

अगर तूने मुझे हजारों में चुना है तो सुन लाखों की भीड़ में हम भी तुम्हें खोने नहीं देंगे

उसने पुछा के क्या पसंद है तुम्हे मैं बहुत देर तकउसे देखता रहा

धड़कनों को भी रास्ता दीजिए मोहतरमा आप तो सारे दिल पर कब्जा किए बैठी है

क्या कहे उनके रुखसार का नूर कैसा है  वो चाँद जैसे नहीं चाँद उन जैसा है