Pyar Mohabbat Shayari

इतनी मोहब्बत बिखेर दूँगा अपने लफ़्ज़ों से, की एक ना एक दिन  तू भी कहेगी, की इतनी मोहब्बत कोई कैसे कर सकता है❗

तेरा पहलू, तेरे दिल की तरह आबाद रहे. तुझ पे गुज़रे न क़यामत शब-ए-तन्हाई की❗

ज़रा नज़रों से देख लिया होता, अगर तमन्ना थी डरने की.. हम यूँ ही बेहोश हो जाते थे, क्या ज़रुरत थी मुस्कुराने की❗

अपना हमसा बना ले तू मुझे, तेरा ही साया हूँ अपना ले मुझे, ये रात का सफर और बी हसीन हो जायेगा तू आजा मेरे सपनो में या बुला ले मुझे❗

दिल की नाज़ुक धड़कनो को. मेरे सनम ने धड़कना सिखा दिया, जब से मिला है तेरा प्यार दिल को, ग़म ने  मुस्कुराना सिखा दिया❗

मोहब्बत मुकम्मल होती तो ये रोग कौन पालता. अक्सर अधूरे आशिक़ ही शायर हुआ करते है❗

कुछ कह रही हैं आप के सीने की धड़कनें मेरा नहीं तो दिल का कहा मान जाइए❗

प्यार मे ,अपनी खुशी से ज्यादा, दूसरे की ख़ुशी  अधिक महत्वपूर्ण  रखती  है...