प्यार में दर्द भरी शायरी हिंदी में

पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफ़ाई, बड़ी तरकीब से एक शख्स ने तबाह किया।

आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था, आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था, जो गीत लिखे थे कभी प्यार में तेरे, वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था।

काम आ सकीं न अपनी वफायें तो क्या करें, उस बेवफा को भूल ना जाएं तो क्या करेंकभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,

कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गयी, बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने, आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी

तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की, हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे।

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है, तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है

वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी, हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।

न मैं शायर हूँ न मेरा शायरी से कोई वास्ता, बस शौक बन गया है तेरी बेवफाई बयाँ करना।