Painful Sad Shayari
कुछ ऐसे हादसे भी ज़िन्दगी में होते है इन्सान बच तो जाता है पर जिंदा नही रहता
कितने अजीब हैं ये ज़माने के लोग खिलौना छोड़ कर जज़्बातों से खेलते हैं !!
दिल ने सोचा था की टूट कर चाहेंगे उसे ! सच मनो.. टूटे भी बहुत और चाहा भी बहुत!!
बहुत आसान है इश्क़ में हार के खुदखुशी कर लेना कितना मुश्किल है जीना, ये हमसे पूछ लेना
हमारे बगैर भी आबाद हैं उनकी महफ़िलें ! हम नादान समझते थे की ये रौनकें हमसे हैं !!
दिल जलाओ या दीये आँखों के दरवाज़े पर, वक़्त से पहले तो आते नहीं आने वाले
माना की हम गलत थे जो तुझसे चाहत कर बैठे पर रोओगे तुम भी ऐसे वफ़ा की तलाश में
मै क्यों करो मोहब्बत किसी से मै तो गरीब हूँ लोग बिकते है और खरीदना मेरे बस की बात नही
इसे भी जरूर देखें