जबरदस्त बेवफाई शायरी

मोहब्बत में ऐसा क्यों होता है, बेवफाई में वो सोते हैं और वफ़ा में हम रोए हैं।

माना की हम गलत थे तुझसे मोहब्बत कर बैठे रोये गी तू भी ऐसी वफा की तलाश में

हर जुल्म याद है मुझे भुला तो नहीं हूँ, पर गर्व है मुझे कि मैं तुझसा तो नहीं हूँ..!!

दिल वाले हम तो मोहब्बत में दिल जला बैठे मेरी तकदीर ऐसी थी एक बेवफा से दिल लगा बैठे

रो पड़ा है आसमा भी मेरी वफ़ा को देख कर  देख तेरी बेवफाई की बात बदलो तक जा पहुंची

आया था इम्तिहान में मजमून बेवफाई का तेरे बारे में लिख कर हम टॉप कर गए

हर भूल तेरी माफ़ की तेरी हर खता को भुला दिया गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफाई सिला दिया

प्यार में लोग बदल जाते हैं उन्हें दी गई यादें ही रह जाती हैं..!!