Ishq Mohabbat Shayari

Ishq Mohabbat Shayari

ना चाहा था कभी कुछ तुम्हें चाहने से पहले तुम मिल तो गए ख्वाहिशें पूरी होगी

कभी सोचा नहीं था जिसे देख कर हंस ता था वो इंसान रुलाएगा

इतना भी बिजी नहीं होना चाहिए कि अपने ही रूठ जाए

इतना भी फ्री नहीं होना चाहिए कि कोई आपकी कदर ही करना छोड़ दें

मेरे लिए कुछ करना ही है तो बस तुम अपना ख्याल रखना

जरूरत नहीं फिक्र हो तुम कर ना पाऊं कहीं भी वह जिक्र हो तुम

असली खुशी तो तब होती है जब हमारी शादी उस इंसान से है जिससे हम प्यार करते हैं

एक बात कहूं रो लोगे जब तुम मुझे खो दोगे