इंतज़ार शायरी  Intezar Shayari

कभी कभी एक दिन का इंतज़ार सालों जैसा लगता है।"

एक तरफ है खामोशी, एक तरफ इंतज़ार है। फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है

अगर आपको सबकी नज़रो में अच्छा बनना है, तो बस अपने मरने तक का इंतज़ार कर लीजिए

दो तरह के आशिक होते है, एक हासिल करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले

मिलने का मज़ा अक्सर इंतज़ार के बाद ही आता है

उसके ना की उम्मीद तो नहीं, फिर भी उसका इंतज़ार किये जा रहे है

जिसका इंतज़ार शिद्दत से करोगे, वही अक्सर नहीं आते

हैराँ हूँ इस क़दर कि शब-ए-वस्ल भी मुझे तू सामने है और तिरा इंतिज़ार है