Dard Shayari in Hindi 

एक मशवरा चाहिए था जनाब दिल तोड़ा है एक  बेवफा ने अब जान दु या जाने दु

हम हस्ते जरूर है जनाब लेकिन दुसरो को हंसाने के लिए वरना दिल पर इतना जख्म खाए है कि अब, रोया भी नही जाता

मेने आजाद कर दिया हर वो रिश्ता हर वो इंसान  जो सिर्फ अपने मतलब के लिए मेरे साथ था

अगर बेवफा होता तो भीड़ होती वफादार हु ना इसलिए अकेला हु

किसी की झूठी हमदर्दी नही चाहिए साहब अपनी तकलीफ के साथ खुश है हम …

कोई महत्व नही होता दिल दुखाने के बाद मांगी गई  माफी का ओर मरने के बाद की गई कद्र का

ये जरूरी तो नही टूटा हुआ इंसान आपको रोता हुआ  मिले, कुछ लोग लाखो दर्द छिपाये रखते है अपनी  हंसी के पीछे …

अपने दिल का हाल किसी को बताया ना करो  यारो यहां मरहम लगाने वाले कम जख्मो पर नमक छिड़कने वाले ज्यादा है