Dard Bhari Shayari
हमें कहां मालूम था कि इश्क होता क्या है, बस एक 'तुम' मिले और जिंदगी मोहब्बत बन गई
सुना था प्यार अंधा होता है मगर इस अंधे प्यार ने तो मुझे पूरी दुनिया दिखा दी।
तेरे ना होने से कुछ नहीं बदला बस कल जहाँ दिल होता था आज वहाँ दर्द होता है
आज के बाद ये रात और तेरी बात नहीं होगी
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे, एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है
किसी के दर्द की दवा बनो, जख्म तो हर इन्सान देता है
दर्द भी उनको मिलता है जो रिश्ते दिल से निभाते है
अमल से भी मांगा वफा से भी मांगा, तुझे मैंने तेरी रज़ा से भी मांगा, न कुछ हो सका तो दुआ से भी मांगा, कसम है खुदा की खुदा से भी मांगा।
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