Bewafa Shayari

तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी, बेवफ़ा मैंने तुझको भुलाया नही अभी।

तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाजार हो गए, हमने ही दिल खोया और हम ही गुनहगार हो गए।

गम ही गम है जिंदगी में खुशी मुझे रास नही, मोहब्बत ऐसी से हुई जिससे मिलने की कोई आस नही

बेवफ़ा वक्त था, तुम थे या था मुक्कदर मेरा, बात इतनी ही है की अंजाम जुदाई निकला।

बहुत बहुत रोएगी जिस दिन मै याद आऊँगा और बोलेगी एक पागल था जो पागल था सिर्फ मेरे लिये.

चलो अब जाने भी दो,क्या करोगे दास्तां सुनकर खामोशी तुम समझोगी नहीं, और बयां हमसे होगी नहीं

जब आपको बिना गलती के सजा मिले, तो उसे Bewafai कहा जाता है।

वो खुश है बिछड़ कर मुझसे, ऐ दुनिया बेवफ़ा न कह उसको।