बेवफा शायरी दिल टूटने वाली

दिल में आया था कोई, जल्दी में था इसलिए चला गया।

मुझको छोड़ने की वजह तो बता देते, मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हजारों थे

कोई जब दगा देता है किसी को, तो तुम्हारी याद और भी आती है !

हो सके तो वक्त पे लौट आना ए बेवफा, वर्ना मेरी साँसो की जगह मेरी राख मिलेगी !!

मिटा दे उसकी तस्वीर मेरी आँखों से ऐ खुदा, अब तो वो मुझे ख्वाबों में भी अच्छी नहीं लगती !!

तुम मत करो रातों को जागने की कोशिश, बेवफा हो तुमसे नहीं होगा !!

जिनकी फितरत में हो धोखा देना, वो लोग चाहकर भी बदल नहीं सकते

जब निकले मेरा जनाजा तो खिड़की से झांक लेना, फूल तो बहुत महंगा पड़ेगा पत्थर ही मार देना !!