धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है

अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे
हर खवाब मे बुलाया है तुझे
क्यू न करे याद तुझ को
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे

तेरी आवाज़ से प्यार है हमें
इतना इज़हार हम कर नहीं सकते
हमारे लिए तू उस खुदा की तरह है
जिसका दीदार हम कर नहीं सकते

वो न आए उनकी याद वफ़ा कर गई
उनसे मिलने की चाह सुकून तबाह कर गई
आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा
मज़ाक हमसे हवा कर गई

तनहाई ले जाती है जहाँ तक याद तुम्हारी
वही से शुरू होती है जिंदगी हमारी
नहीं सोचा था हम चाहेंगे तुम्हें इस कदर
पर अब तो बन गए हो तुम किसमत हमारी

वो जो हमारे लिए ख़ास होते हैं
जिनके लिए दिल में एहसास होते हैं
चाहे वक़्त कितना भी दूर कर दे उन्हें
पर दूर रहकर भी वो दिल के पास होते हैं

खुदा से भी पहले तेरा नाम लिया है मैंने
क्या पता तुझे कितना याद किया है मैंने
काश सुन सके तू धड़कन मेरी
हर सांस को तेरे नाम से जिया है मैंने

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ
ना तुम समझ सको कयामत तक
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है .


दिल की धड़कन और मेरी सदा है तू
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू
चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू

गुनाह करके सजा से डरते हैं
जहर पी के दवा से डरते है
दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमें
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते हैं.

ना जाने क्यों वो हमें मुस्कुरा के मिलते है
अंदर से सारे गम छुपा कर मिलते है
जानते हैं आँखे सच बोल जाती है
शायद इसी लिये वो नज़र झुका कर मिलते है

सपनों की मंज़िल पास नहीं होती,
ज़िंदगी हर पल उदास नहीं होती
खुदा पे यकीन रखना मेरा दोस्त
कभी कभी वो भी मिल जाता है
जिसकी कभी आस नहीं होती

हम वो नही जो तुम्हे गम में छोड़ देंगे
हम वो नही जो तुजसे नाता तोड़ देंगे
हम वो हे जो तुम्हारी साँसे रुके तो
अपनी साँसे छोड़ देंगे

गिले शिकवे दिलसे न लगा लेना.
कभी रूठ जाऊ तो मना लेना
.कल का क्या पता हम हो नहो
इसलिए जब भी मिलू प्यार से मेरा हाथ थाम लेना

तुम्हारा मेरा साथ चाहिए
जो रिश्ता ना टूटे वो हाथ चाहिए
तुमसे जुदा होने का जो ख्याल आये
तो रुक जाये बदन से वो सास चाहिए

तेरे साथ बिताया हुआ
एक एक पल मेरे लिए खास है
तू मेरी यादों के बहुत पास है
तेरे साथ जीने मरने की कस्मे खाना
बस तू साथ है तो सब साथ है

मेरे लबों पे बस तेरा नाम हो
मोहब्बत में ऐसा अपना काम हो
हीर राँझा की मिसाले लोग भूल जाएँ
अपनी मोहब्बत ही इतनी खास हो


शान से हम तेरे दिल में रहेंगे
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे
देख के जलेंगी हमे दुनिया सारी
इस कदर बे-पनाह तुझे प्यार करेंगे

तुम्हारा दिल मेरे पास हो
तुम्हारी याद मेरे साथ हो
तुम्हें चाहे हम हैं कदर
तुम न हो तब भी तुम्हारी बात हो

आसमान में तारे कम है तुम्हारे लिए
ज़मीन भी कम है तुम्हारे लिए
देना तो बहुत कुछ चाहते हैं मगर
क्या करें कम्बख्त ये सारे काम हैं तुम्हारे लिए

सुबह में देखूं शाम में देखूं
तेरा प्यारा सा चेहरा मैं चाँद में देखूं
तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूँ मैं
तेरा चेहरा मैं सरे जहाँ में देखूं

चाँद चांदनी के लिए लाये थे
ज़मीन पर सितारे समाये थे
दीवाने तो पहले से थे आपके हम
तभी तो हम आपके दीदार करने घर आये थे

मोहब्बत की गवाही अपने
होने की ख़बर ले जा
जिधर वो शख़्स रहता है
मुझे ऐ दिल! उधर ले जा

मैने मोहब्बत को तो नही देखा
पर लगता है ये तेरे जैसी ही होगी
मैने चखी है बहुत मिठाईयां
पर मुझे क्या पता था कि तेरे होठों
की लिपिस्टिक उनसे भी मीठी होगी

निभाया वादा हमने शिकवा ना किया
दर्द सहे मगर तुझे रुशवा ना किया
जल गया नशेमन मेरा ख़ाक अरमां हुए
सब तूने किया मगर मैंने कर्चा ना किया

आग दिल में लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफ़ा हुए


आप खुद नहीं जानती आप कितनी प्यारी हो
जान हो हमारी पर जान से प्यारी हो
दूरियों के होने से कोई फर्क नहीं पड़ता
आप कल भी हमारी थी और आज भी हमारी

अपनी निगाहों से ना देख खुदको
हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू
मेरी नज़र से देख चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा

दीवानगी मे कुछ एसा कर जाएंगे
महोब्बत की सारी हदें पार कर जाएँगे
वादा है तुमसे दिल बनकर तुम धड़कोगे
और सांस बनकर हम आएँगे

सिर्फ मोहब्बत को पाना ही मोहब्बत नहीं होती
कभी तुम भी कर लेते ऐतबार तो ये दूरी ना होती
माफ़ कर देना गलतियों को मेरी
तुम्हे चोट पहुंचे ऐसी कभी मेरी तमन्ना नही होती

नजर चाहती है दीदार करना
दिल चाहता है प्यार करना
क्या बताये इस दिल का आलम
नसीब मे लिखा है इतजार करना

एक बार करके एतबार लिख दो
कितना है मुझसे प्यार लिख दो
कटती नहीं यह जिंदगी अब तेरे बिन
कितना और करूं इंतजार लिख दो

ना जाने किस शख्स का इंतज़ार हमें आज भी है
सुकून तो बहुत है पर दिल बेकरार आज भी है
तुमने हमे नफरतों के सिवा कुछ नही दिया लेकिन
हमें तुम्हारी नफरतों से प्यार आज भी है

लम्हें जुदाई को बेकरार करते हैं
हालत मेरे मुझे लाचार करते हैं
आँखे मेरी पढ़ लो कभी
हम खुद कैसे कहे की आपसे प्यार करते हैं

किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है
तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है
दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया
फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है

छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर

आपके बदन को छूने का मन करता है
तेरी बाँहों का नशा पीने का मन करता है
तुम पास हो तो रोम-रोम रोमांटिक हो जाये
इसलिए तुम्हारे साथ एक रात गुजारने का मन करता है
