
दिल की यादों में सवारूँ तुझे
तू दिखे तो आँखों में उतारूँ तुझे
तेरे नाम को लबों पर ऐसा सजाऊँ
सो जाउँ तो ख्वाबों में पुकारूँ तुझे

नज़र को नज़र की खबर ना लगे
कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे
अपको देखा है बस उस नजर से
जिस नज़र से अपको नज़र ना लगे

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा
रातें कटती है ले-ले कर नाम तेरा
मुद्दत से बैठे हैं ये आस पाले
की कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा


बालों में गजरा आँखों में काजल
देखने में लगती हो खूब।
मैं अपने दिल में समर्थन कर चूका हूँ
तुम मेरे हो मेहबूब


दीवानगी मे कुछ ऐसा कर जाएंगे
महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे
वादा है तुमसे दिल बनकर तुम धड़कोगे
और सांस बनकर हम आएँगे


बड़ी गहराई से चाहा है तुझे
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे
तुझे भुलाने की सोचु भी तो कैसे
किस्मत की लकीरो से चुराया है तुझे


अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे
हर खवाब मे बुलाया है तुझे
क्यू न करे याद तुझ को
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे


ज़िंदगी में आपकी एहमियत
हम आपको बता नहीं सकते
दिल में आपकी जगह ..
हम आपको दिखा नहीं सकते
कुछ रिश्ते बोहत अनमोल होते है
इससे जयादा हम आपको समझा नहीं सकते


ना जाने क्यों वो हमें मुस्कुरा के मिलते है
अंदर से सारे गम छुपा कर मिलते है
जानते हैं आँखे सच बोल जाती है
शायद इसी लिये वो नज़र झुका कर मिलते है


सोती हुई आँखों को सलाम हमारा
मीठे सुनहरें सपनों को आदाब हमारा
दिल मे रहे प्यार का एहसास सदा ज़िंदा
आज की रात का यही है पैग़ाम हमारा


नही जो दिल में जगह तो नज़र में रहने दो
मेरी हयात को तुम अपने असर में रहने दो
मै अपनी सोच को तेरी गली में छोड़ आया हूं
मेरे वजूद को ख़्वाबों के घर में रहने दो


तेरा उल्फत कभी नाकाम न होना देंगे
तेरी दोस्ती कभी बदनाम न होना देंगे
मेरी ज़िंदगी मैं सूरज निकले या न निकले
तेरी ज़िंदगी मैं कभी शाम न होने देंगे


इक तेरा प्यार सिर्फ और सिर्फ हमारा हो
तुम कहो तो यूं तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊं
उनकी पलकों से टपका वो पानी काफी है
मोहब्बत है तुमसे हा मोहब्बत बेशुमार है


पलको से आँखो की हिफाजत होती है
धडकन दिल की अमानत होती है
ये रिश्ता भी बडा प्यारा होता है
कभी चाहत तो कभी शिकायत होती है


अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है
मेरे जज़्बात वाकिफ से है मेरी कलम भी
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है


बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ
ना तुम समझ सको कयामत तक
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है



बहुत खूबसूरत वो रातें होती है
जब तुमसे दिल की बात होती है
वैसे कुछ खास लफ्ज़ नहीं होते मेरे पास
पर जब उनकी याद आती है तोह
मेरे लिखे लफ्ज़ो में भी मिठास आ जाती है


दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है
बातें करने का अंदाज हुआ करता है
जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती
सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है


रब करे ज़िंदगी में ऐसा मुकाम आए,
मेरी रूह और जान आपके काम आए,
हर दुआ में बस यही मांगते हैं रब से कि
अगले जन्म में भी तेरे नाम के साथ मेरा नाम आये


आपकी चाहत हमारी कहानी है
ये कहानी इस वक़्त की मेहरबानी है
हमारी मौत का तो पता नहीं
पर हमारी ये ज़िंदगानी सिर्फ आपकी दीवानी है


मेरी आंखों में यही हद से
ज्यादा बेशुमार है
तेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द
तेरा ही इंतजार है


हुस्न-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं
उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं
उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को
कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं


छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे


चाहत बन गए हो तुम
कि आदत बन गए हो तुम
हर सांस में यूं आते जाते हो
जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम

मेरी हर खुशी हर बात तेरी है
साँसों में बसी महेक तेरी है
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिना
धड़कनों से निकलती हर आवाज तेरी है

इस मैसेज मे कैद है दिल का जज़्बात मेरा
इसे खोल के देखो नीचे लिखा है नाम मेरा
कोई पूछे कौन है ये महबूब तुम्हारा
न घबराना ले लेना नाम सरे आम मेरा

इस डूबी हुई नाव का किनारा हो तुम
मेरी ज़िंदगी का वो अंजाम हो तुम
यूं तो हर मुस्किल को पार करने की हिम्मत है मुझमे
बस तुमको खोने से डरते है हम

आपकी बातों पर हमें एतबार क्यों है
जिया आपसे मिलने को बेकरार क्यों है
ज़िन्दगी के दिन कुल चार क्यों हैं
प्यार तुमसे किया तो हम गुनहगार क्यों हैं

पल्कू से आँखों की हिफाजत होती है
धड़कन दिल की अमानत होती है
ये दिल का रिश्ता भी बड़ा प्यारा है
कभी चाहत तो कभी शिकायत होती है

सुबह का हर पल ज़िंदगी दे आपको
दिन का हर पल खुशिया दे आपको
जहा गम की हवा छू कर भी न गुज़रे
रब वो जन्नत सी ज़मीन दे आपको

दोस्ती को दिल से चुराया आपने
दूर रहते हुए भी अपना बनाया आपने
कभी भूल न पाएंगे हम आपको
क्योंकि याद रखना भी सिखाया आपने

वो दिल ही क्या जो वफ़ा ना करे
तुझे भूल कर जीयूं खुदा ना करे
रहेगा तेरा प्यार ज़िंदगी बन कर
वो बार और है अगर ज़िंदगी वफ़ा ना करे
