
दोस्ती किसी की रियासत नहीं होती
और मौत किसी की अमानत नही होती,
हमारी अदालत मैं कदम जरा सोचकर रखना यारो
यहां दोस्ती तोड़ने वालों की जमानत नहीं होती
तेरी दोस्ती में खुद को महफूज मानते हैं,
हम दोस्तों में तुम्हें सबसे अजीज मानते हैं,
तेरी दोस्ती के सायें में जिन्दा हैं,
हम तो तुझे खुदा का दिया हुआ ताबीज मानते

ज़िन्दगी के तूफानों का साहिल है दोस्ती
दिल के अरमानों की मंज़िल है दोस्ती
ज़िन्दगी भी बन जाएगी अपनी तो जन्नत
अगर मौत आने तक साथ दे दोस्ती..

बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको
पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको
न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की
तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको..

तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में
एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में।.

रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा,l
उसे ज़िन्दगी से कोई और शिकायत क्या होगी।

नब्ज मेरी देख कर बीमार लिख दिया
रोग मेरा उसने दोस्तों का प्यार लिख दिया
कर्ज़दार रहेंगे उम्र-भर उस हक़ीम के
जिसने दवा में दोस्तों का साथ लिख दिया

किसी से रोज मिलकर बातें करना दोस्ती नहीं,
बल्कि किसी से बिछड़ कर याद रखना दोस्ती है..

मुलाक़ातें ज़रूरी है अगर दोस्ती निभानी है साक़ी
लगाकर भूल जाने से तो अक्सर पौधे सूख जाते हैं..

याद तुम्हारी ना आए ऐसा हम होने ना देंगे
दोस्त तुम्हारे जैसा हम खोने नही देंगे
एक दो स्मस करते रहना
वरना रात को हम सोने नही डेनेगे..

क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त
क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त

तू दूर है मुझसे और पास भी है,
मुझे तेरी कमी का एहसास भी है
दोस्त तो हमारे लाखों हैं इस जहाँ में
पर तू प्यारा भी है और खास भी है,

इश्क के सहारे जिया नहीं करते
गम के प्यालों को पिया नहीं करते
कुछ नवाब दोस्त हैं हमारे
जिनको परेशान न करो तो
वो याद ही किया नहीं करते..

साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा
दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा
जी लो ये पल जब तक साथ है दोस्तों
कल क्या पता वक़्त कहाँ ले के जायेगा..

आसमान से तोड़ कर सितारा दिया है,
आलम-ए-तन्हाई में एक सहारा दिया है
मेरी किस्मत भी नाज़ करती है मुझपे
खुदा ने दोस्त ही इतना प्यारा दिया है,

हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है
कभी-कभी प्यार में बेवफाई होती है
हमारे तरफ हाथ बढ़ाकर तो देखो
दोस्ती में कितनी सच्चाई होती है..
शायद फिर से वो तक़दीर मिल जाए,
जीवन के वो हसीन पल मिल जाए
चल फिर से बैठे क्लास की लास्ट बैंच पर,
शायद वापस वो पुराने दोस्त मिल जाए,
नाजुक सा दिल कभी भूल से ना टूटे
छोटी छोटी बातों से आप ना रूठे
थोड़ी सी भी फ़िक्र है अगर आपको हमारी
तो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे,
दूर है आपसे तो कुछ गम नहीं,
दूर रह कर भूलने वाले हम नहीं,
रोज़ मुलाक़ात न हो तो क्या हुआ,
आपकी याद मुलाक़ात से कम नहीं।
छोटी-बड़ी शरारतों का अंजाम है दोस्ती,
कहे अनकहे रिश्तों का पैगाम है दोस्ती
दिन-रात की मस्ती का नाम है दोस्ती
लेकिन आपके बिना बेजान है ये दोस्ती,,
खुशबू की तरह मेरी साँसों में रहना
लहू बनके मेरी नस-नस में बहना
दोस्ती होती है रिश्तों का अनमोल गहना
इसलिए दोस्त को कभी अलविदा न कहना,,
क्या फर्क है मोहब्बत और दोस्ती मे
रहते तो दोनो दिल मे ही है।
लेकिन फर्क तो है वर्षो बाद मिलने पर,
मोहब्बत नजरे चुरा लेती है,
और दोस्ती सीने से लगा लेती है,,
हर मोड़ पर मुकाम नहीं होता
दिल के रिश्तो का कोई नाम नहीं होता
चिराग की रौशनी से ढूँढा है आपको
आप जैसा दोस्त मिलना आसान नहीं होता,,
हर पल हम आपके साथ हैं,
तनहाइयों में होकर भी हम आपके पास हैं,
आपका हो न हो पर हमें,
आपकी कमी का हर पल अहसास है,,
प्यार का रिश्ता इतना गहरा नहीं होता
दोस्ती के रिश्ते से बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता
कहा था इस दोस्ती को प्यार में न बदलो
क्यूंकि प्यार में धोखे के सिवा कुछ नहीं होता,,
जमाने से कब के गुजर गए होते
ठोकर ना लगी होती बच गए होते
बंधे थे बस दोस्ती के धागों में
वरना कब के बिखर गए होते,,
दोस्ती भी क्या गजब की चीज होती हैं,
मगर ये भी बहुत कम लोगों को नसीब होती हैं,
जो पकड़ लेते है जिंदगी में दामन इसका,
समझ लो के जन्नत उनके बिलकुल करीब होती हैं,,
कल फिर यही समा होगा,
हम में से कौन ना जाने कहा होगा
मुरझाये फूल तो मिल जायेंगे किताबों में
पर बिछड़े दोस्त का शायद ही कोई पता होगा,
तेरी मुस्कराहट मेरी पहचान थी,
तेरी ख़ुशी मेरी साँस थी
कुछ भी नहीं तेरे बिना मेरी जिंदगी में
बस इतना समझ ले
तेरी दोस्ती ही मेरी जान थी,
कौन कहता है दोस्त की तुमसे हमारा जुदाई होगी
ये अफवाह जरूर किसी दुशमन ने उड़ाई होगी
शान से रहने तुम्हारे दिल में हम
इतनों दिनों में कुछ तो जगहा बनाई होगी,,
किसने इस दोस्ती को बनाया
कहा से ये दोस्ती शब्द आया
दोस्ती का सबसे ज्यादा फायदा तो हमने उठाया
क्यों की दुनिया का सबसे प्यारा दोस्त
तो हमारे हिस्से में आया,,
तुझे देखने वाले तो लाखो हैँ लेकिन..
मेरे भाई जो करोड़ो में एक है उनके सामने “
तेरी” कोई औकात नही,,
दोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता है
और ये सिखाने के लिए कोई स्कूल नहीं होता है,,
ये दोस्त कभी मुझे भुला न देना
इस हँसते हुए चेहरे को कभी रुला न देना
कभी किसी बात पर खफा हो भी जाओ
पर मुझसे दूर होकर मुझे जुदाई की सजा न देना,
किस हद तक जाना है ये कौन जनता है,
किस मंजिल को पाना है ये कौन जनता है..
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो
किस दिन बिछड जाना है ये कौन जनता है,,