न चांद होगा ना तारे होंगे
क्या हम इस साल भी कुंवारे होंगे
इस दुनिया में कितनों के निकाह हो गए
क्या हमारे नसीब में सिर्फ निकाह के छुहारे होंग

दिल के अरमान आँसुओ मे बह गये
हम गली मे थे और गली मे ही रह गये
अपनी तो किस्मत ही खराब थी की लाइट चली गई
जो बात उसे कहनी थी वो उसकी मम्मी से कह गये

किसी का हाथ थाम के छोड़ना नहीं
वादा किसी से कर के तोड़ना नहीं
कोई अगर तोड़ दे दिल आपका तो
बिना हाथ पैर तोड़े उसे छोड़ना नहीं

मेरे प्यार को बेवफाई का इनाम दे गई
मेरे दिल को अपनी यादों का पैगाम दे गई
मैंने कहा मेरे दिल में दर्द है तेरे बिना
तो वो जाते-जाते झंडूबाम दे गई

मैं और मेरी तन्हाई
अक्सर ये बातें करते हैं
तुम होती तो ऐसा होता
तुम होती तो वैसा होता
और अगर तुम न होती तो
अपने पास भी पैसा होता

पी लेंगे तुम्हारा हर एक आंसू
कभी अपनी महफ़िल में बैठाकर तो देखो
भाभी कहोगे तुम अपनी गर्लफ्रेंड को
कभी हमसे मिलाकर तो देख

मोहब्बत में जब मुझे धोखा मिला
तो ज़िन्दगी में चारो ओर उदासी छा गयी
सोचा था की आग लगा दूंगा इस दुनिया को
पर कम्भख्त कॉलोनी में दूसरी आ गयी

लड़कियों से प्यार न करना क्योंकि
दिखती हैं हीर की तरह
लगती हैं खीर की तरह
दिल में चुभती हैं तीर की तरह
और छोड़ जाती हैं फकीर की तरह

इश्क करते हैं लोग बड़े शोर के साथ
हमने भी किया था बड़े जोर के साथ
मगर अब करेंगे जरा गौर के साथ
क्यूंकि कल देखा था उसे किसी और के साथ


तेरी दुनिया में कोई गम न हो
तेरी खुशियाँ कभी कम न हों
भगवान तुझे ऐसी आइटम दे
जो सनी लिओने से कम न हो

तेरा प्यार पाने के लिए
मैंने कितना इंतज़ार किया
और उस इंतज़ार में न जाने
कितनों से प्यार किया..

जिसे कोयल समझा वो कौवा निकला
दोस्ती के नाम पर हौवा निकला
जो रोकते थे हमें शराब पीने से
आज उन्हीं की जेब में पौवा निकला

ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
तेरी गर्लफ्रेंड गई बाजार
उसको मिल गया दूसरा यार
उसके संग वो हो गई फरार
अब तू बैठ के मक्खी मार

बहुत खूबसूरत हो तुम फूल की तरह
खुद को दुनिया कि नजर से बचाया करो
सिर्फ आँखों में काजल ही काफी नहीं
गले में नीम्बू-मिर्ची भी लटकाया करो

मोहब्बत कर ली तुमसे बहुत सोचने के बाद
अब किसी को देखना नहीं तुम्हें देखने के बाद
दुनिया छोड़ देंगे तुम्हें पाने के बाद
खुदा माफ़ करे इतना झूठ बोलने के बाद

न वक्त इतना है कि सिलेबस पूरा किया जाए
न तरकीब कोई कि एग्जाम पास किया जाए
न जाने कौन सा दर्द दिया है इस पढ़ाई ने
न रोया जाए और न सोया जाए

तुझे पाने के लिए कुछ भी कर सकता हूँ
तेरे प्यार में जी और मर भी सकता हूँ
फिर भी तू नहीं मिली तो कोई गम नहीं
ये फार्मूला किसी और पर भी ट्राई कर सकता हूँ

जब जब घिरे बादल तेरी याद आई
जब झूम के बरसा सावन तेरी याद आई
जब जब मैं भीगा मुझे तेरी याद आई
मेरे भाई तूने मेरी छतरी करूं नहीं लौटाई


दूर से देखा तो एक शेर था
दूर से देखा तो एक शेर था
दूर से देखा तो एक शेर था
इसलिए तो पास गया ही नहीं

अपनी सूरत का कभी तो दीदार दे
तड़प रहा हूँ अब और न इंतज़ार दे
अपनी आवाज नहीं सुनानी तो मत सुना
कम से कम एक मिस काल ही मार दे

आप दिल पर न मेरे यूँ वार कीजिये
छोड़ो ये नफरत थोड़ा प्यार कीजिये
करवा देंगे हम आपकी अच्छी जगह शादी
तब तक हमारे साथ आँखें चार कीजिये

दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने
होती है कितनी तकलीफ लड़की पटाने में
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने

इस दुनिया में लाखों लोग रहते हैं
कोई हँसता है तो कोई रोता है
पर सबसे सुखी वही होता है
जो शाम को दो पैग मार के सोता है

दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो
अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो
और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो
उसे चैन की नींद सोने मत दो

हमने तो चारो तरफ पढ़ाई का माहौल बनाया है
लेकिन फिर भी एग्जाम में अंडा ही आया है
हम तो यूँ ही चल देते हैं बिना मुंह धोये ही एग्जाम में
साले दोस्त कहते हैं ये तो बहुत पड़के आया है

काश प्यार का इन्शुरन्स हो जाता
प्यार करने से पहले प्रीमियम भरवाया जाता
प्यार में वफ़ा मिली तो ठीक वर्ना
बेवफाओं पे जो खर्चा होता उसका क्लेम तो मिल जाता

ताजमहल किसी के लिए एक अजूबा है
तो किसी के लिए प्यार का एहसास है
हमारे तुम्हारे लिए तो बकवास है
क्यूँ की की रोज़ बदलती हमारी मुम्ताज़ है


मोहब्बत के चर्चे बहुत हैं यारों
हुस्न के पर्चे बहुत है यारों
मोहब्बत करने से पहले सोच लेना
क्योंकि इसमें खर्चे बहुत है यारों

चिरागों में इतना नूर ना होता
तो तनहा दिल मजबूर ना होता
हम आपसे मिलने जरूर आते
अगर आपका घर इतना दूर ना होता

ये बारिश का मौसम बहुत तड़पाता है
वो बस मुझे ही दिल से चाहता है
लेकिन वो मिलने आए भी तो कैसे
उनके पास फटा हुआ छाता है

आँखों से आसुओं की विदाई कर दो
दिल से ग़मों की जुदाई कर दो
अगर फिर भी दिल न लगे कही
तो मेरे घर की पुताई कर दो

ना वफा का जिकर होगा
ना वफा कि बात होगी
अब मोहब्बत जिससे भी होगी
गेहूँ काटने के बाद होगी

पलकों पे अपनी बैठाया है तुम्हें
बड़ी दुआ के बाद पाया है तुम्हें
आसानी से नहीं मिले हो आप
नेशनल जियोग्राफिक पार्क से चुराया है तुम्हें.

हंसी के लिए गम कुर्बान
ख़ुशी के लिए आंसू कुर्बान
दोस्त के लिए जान भी कुर्बा
और अगर दोस्त की गर्लफ्रेंड मिल जाए तो
साला दोस्त ही कुर्बान

आलू क्या गोभी भी खाया करो
आलू क्या गोभी भी खाया करो
उस गली में रहने वाली
कभी कभी हमारी गली भी आया करो

ना वो इंकार करती है
न वो इकरार करती है
कमबख्त मेरे ही सपने में आकर
मेरे दोस्त से प्यार करती है
