दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है।
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
दिल क्या मिलाओगे कि हमें हो गया यक़ीं,
तुम से तो ख़ाक में भी मिलाया न जाएगा।
हारने वालो का भी अपना रुतबा होता हैं …मलाल वो करे जो दौड़ में शामिल नही थे..
मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा।
मिला के खाक में दिल को वो इस अंदाज़ में बोले,
मिट्टी का खिलौना था, कहाँ रखने के काबिल था।
मेरी शराफत को तुम बुज़दिली का नाम न दो ,.,., दबे न जब तक घोडा ,बन्दूक भी खिलौना ही होती है ,.,!!
#नवाब की जिन्दगी जीने के लिए नसीब लगता है,
वर्ना #हीरो की जिन्दगी तोह कोई भी जीता है।
इतने बड़े बनो कि जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रहे।
मै रिश्तों का #जला हुआ हूँ…. दुश्मनी भी फूँक #फूँक कर करता हूँ।
बेवफा पत्नी शायरी इन हिंदी
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने,
है बेवफा गम-ऐ-मोहब्बत क्या जाने,
जिन्हें मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर,
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने।
आज तुम्हारी याद ने मुझे रुला दिया,
क्या करूँ तुमने जो मुझे भुला दिया,
न करते वफ़ा न मिलती ये सजा,
मेरी वफ़ा ने तुझे बेवफा बना दिया।
वो लाख तुझे पूजती होगी मगर तू खुश न हो ऐ खुदा.. वो मंदिर भी जाती है तो मेरी गली से गुजरने के लिए।
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी,
कि तुझे अलविदा भी ना कह सका,
तेरी सादगी में इतना फरेब था,
कि तुझे बेवफा भी ना कह सका।
बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना,
कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना।
अच्छा होता जो उस से प्यार न हुआ होता,
चैन से रहते हम जो दीदार न हुआ होता,
हम पहुँच चुके होते अपनी मंज़िल पर,
अगर उस बेवफा पर ऐतबार न हुआ होता।
वफा की तलाश करते रहे हम
बेवफाई में अकेले मरत रहे हम,
नहीं मिला दिल से चाहने वाला
खुद से ही बेबजह डरते रहे हम,
लुटाने को हम सब कुछ लुटा देते
मोहब्बत में उन पर मिटते रहे हम,
खुद दुखी हो कर खुश उन को रखा
तन्हाईयों में साँसें भरते रहे हम,
वो बेवफाई हम से करते ही रहे
दिल से उन पर मरते रहे हम।
इंसान के कंधों पर इंसान जा रहा था,
कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था,
जिसे भी मिली बेवफ़ाई मोहब्बत में,
वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था।
उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी,
अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने।
सवाल आप हैं गर तो #जवाब हम भी हैं ,.,.हैं आप ईंट तो पत्थर #जनाब हम भी हैं।
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी
मैं कभी #सिगरेट पीता नहीं मगर हर #आने वाले से पूछ लेता हूं कि माचिस है ? बहुत कुछ है जिसे मै #फूंक #देना चाहता हूं।
भाई #बोलने का हक़ मैंने #सिर्फ दोस्तों को दिया है ,., वरना #दुश्मन तो #आज भी हमें बाप के नाम से पहचानते हैं।
मेरी तलाश का है जुर्म
या मेरी वफा का क़सूर,
जो दिल के करीब आया
वही बेवफा निकला।
मेरी वफा फरेब थी मेरी वफा पे खाक डाल ।
तुझसा ही कोई बावफा तुझको मिले खुदा करे।
मिल ही जाएगा कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,
अब शहर का शहर तो बेवफा हो नहीं सकता।
मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया है,
मेरा तुझसे जुदा होना ज़रूरी हो गया है,
वफ़ा के तजुर्बे करते हुए तो उम्र गुजरी,
ज़रा सा बेवफा होना ज़रूरी हो गया है।
इतना मगरूर मत बन मुझे वक्त कहते हैं,मैंने कई बादशाहो को दरबान बनाया हैं।
वफा के बदले बेवफाई ना दिया कर,
मेरी उमीद ठुकरा कर इन्कार ना किया कर,
तेरी मौहब्बत में हम सब कुछ गवां बैठे,
जान चली जायेगी इम्तिहान ना लिया कर।
जो हुकुम करता है वो इल्तज़ा भी करता है,
आसमान भी कहीं जाकर झुका करता है,
और तू बेवफा है तो ये खबर भी सुन ले,
इन्तज़ार मेरा कोई वहाँ भी करता है।
प्यार में धोखा बेवफा शायरी 2021
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी,
ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है,
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी।
खो गयी मेरी मोहब्बत, बेवफ़ाई के दलदल में,
मगर इन आँखो को अब भी वफ़ा की तलाश है।
गूलाम हूं अपने घर के संस्कारों का .. वरना मै भी लोगों को उनकी औकात दिखाने का हूनर रखता हुं
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो दोस्त,
बेवफाई तो सबने की है मज़बूरी के नाम पर।
आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था,
आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था,
जो गीत लिखे थे कभी प्यार पर तेरे,
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था।
हम तो जल गये
उसकी मोहब्बत में मोमकी तरह,
फिर भी कोई बेवफा कहे
तो उसकी वफ़ा को सलाम।
मेरी वफा के क़ाबिल नही हो तुम,
प्यार मिले ऐसे इन्सान नही हो तुम,
दिल क्या तुम पर ऐतबार करेगा,
प्यार मे धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम।
ढूंढ़ तो लेते अपने प्यार को हम,
शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने,
क्योंकि वो खोये नहीं बदल गए थे।
हर किसी को मैं खुश रख सकूं वो सलीका मुझे नहीं आता.. जो मैं नहीं हूँ, वो दिखने का तरीका मुझे नहीं आता ।
अपनों से धोखा शायरी इन हिंदी SMS
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।
मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने,
किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने।
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,
हर कोई मकसद का तलबगार मिला।
जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,मै खुद को नही देखता औरो की नजर से।
नजर नजर से मिलेगी तो सर झुका लेगा,
वह बेवफा है मेरा इम्तिहान क्या लेगा,
उसे चिराग जलाने को मत कह देना,
वह नासमझ है कहीं उंगलियां जला लेगा।
दोस्तों हमारी यह बेवफा शायरी इन हिंदी फॉर Girlfriend कैसी लगी अच्छी लगी हो तो सोशल मीडिया पर शेयर करें और दोस्तों को भेजें धन्यवाद