Best Hindi Friendship Shayari
मुझे दुश्मन से अपने इश्क़ सा है,
मैं तन्हा आदमी की दोस्ती हूँ।
कोई कहता है दोस्ती नाश बन जाती है ।
कोई कहता है दोस्ती सज़ा बन जाती है।
पर हम कहते है आपसे ।
दोस्ती अगर सच्चे दिल से करो।
तो दोस्ती ही जीने की वजह बन जाती है।
ज़िन्दगी गुज़र जाए पर दोस्ती कम ना हों।
याद हमें रखना चाहें पास हम ना हों।
कयामत तक चकता रहे ये प्यारा सा सफर।
दुआ करे कि कभी ये रिश्ता खतम ना हो।
ज़िक्र हुआ जब खुदा की रहमत का।
हमने खुद की खुशनसीब पाया।
तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की।
खुदा खुद दोस्त बन के चला आया।
तारों में अकेले चांद जगमगाता है।
मुश्किलों में अकेले इंसान डगमगाता है।
काटों से मत घबराना मेरे दोस्त।
क्योंकि काटों में भी गुलाब मुस्कुराता है।
हमनें कहा ऐ बारिश ज़रा थम के बरस।
जब मेरा दोस्त आ जाये तो जम के बरस।
पहले ना बरस की वो आ ना सके।
उसके आने के बाद इतना बरस की वो जा ना सके।
कभी रात में तारे गिन के देखना।
जितने तुम गिन पाए उतना तुम हमको याद करते हो।
ओर जितने तारे बच जाए उतना हम तुमको याद करते है।
मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे,
ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिज़ा नहीं है।
मोहब्बत मुझे छोड़ गयी, नफरत ने संभाल लिया,
दोस्ती तेरी जरुरत नहीं मुझे दुश्मनों ने पाल लिया।
दोस्त का प्यार दुआ से कम नही होता।
दोस्त दूर हो फिर भी कोई गम नही होता।
प्यार में अक्सर कम हो जाती है दोस्ती ।
पर दोस्ती में प्यार कभी कम नही होता।
ज़िन्दगी रहे ना रहे दोस्ती रहेगी।
पास रहो या दूर रहो यादे रहेगी।
अपनी ज़िंदगी मे हमेशा हँसते रहना।
क्योंकि तेरी हँसी में एक मुस्कान मेरी भी रहेगी।
कौन रोता है किसी और की खातिर ऐ दोस्त,
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया।
आकाश के तारों में खो गया है एक तारा।
लगता है प्यार उन तारों में एक सितारा।
जो दोस्त इस समय पढ़ रहा है messenge हमारा।
एक प्यारी सी सुबह बोली उठ के देख क्या नज़ारा है।
मैने कहा रुक पहले messenge भेजनें दे उसको जो इस सुबह से भी प्यारा है।
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए।
की हम जैसे याद करे उसको खबर हो जाए।
रब से यही दुआ है हमारी ।
की जिसे आप चाहे वो आपका हमसफ़र हो जाए।
इसी शहर में कईं साल से मेरे कुछ क़रीबी दोस्त हैं,
उन्हें मेरी कोई खबर नहीं, मुझे उन का कोई पाता नहीं।
दिल से निकली बात दिल को छू जाती है।
ये अक्सर अनोखी बात रह जाती है।
कुछ लोग दोस्ती के मायने बदल देते है।
पर किसी की दोस्ती से दुनिया बदल जाती है।
जिसे दिल की कलम ओर मोहब्बत की इंक कहते है।
जिसे लमहों की किताब ओर यादों का कवर कहते है।
यही वो सब्जेक्ट है जिसे friendship कहते है।
ये दिन यू ही गुज़र जायँगे।
हम दोस्त एक दिन बिछड़ जायँगे।
आप नाराज़ ना होना मेरी शरारत से।
एक दिन ये पल याद आयगे।
कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता,
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता,
अगर आपकी पलखो पे ख़्वाब रख जाएं कोई ।
अगर आपकी सांसो पे नाम लिख जाएं कोई ।
इस लिए ये वादा करो भूलोगे नही हमे ।
अगर हमसे भी प्यारा दोस्त मिल जाएं कोई ।
रात में जब आपकी याद आती है।
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है।
खोजती है आँखे उन चेहरो को।
जिनकी याद में सुबह हो जाती है।
इस से पहले की बेवफा हो जाएँ,
क्यों न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ।
आँखों से आँसू क्यों छलक जाते है।
तन्हाइयों में गम क्यों याद आते है।
आँसू पोछ कर कोई ये बता दे हमसे।
दूर रहने वाले अक्सर क्यों याद आते है।
तेरी दोस्ती को पलकों पर सजायगें ।
जब तक ज़िन्दगी है साथ निभायेगें।
देने को तो कुछ नही हमारे पास।
पर तेरी खुशी माँगने खुदा के पास जरुर जायँगे।
रातें गुमनाम होती है।
दिन किसी के नाम होता है।
हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह से जीते है।
की हर लमहा सिर्फ दोस्त के नाम होता है।
ज़िन्दगी आपकी फूलों की तरह मुस्कुराए।
दोस्त के लिए दोस्ती की सौगात होगी।
नये लोग होंगे नई बात होगी।
हम हर हाल में मुस्कुराते रहेगे।
अपनी दोस्ती अगर यूंही साथ होगी।
दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं,
थोड़ी दोस्तों की और मेहरबानी चाहिए।
गम की हवा आपको छू भी ना पाय।
यूँ तो लाख आय मौसम पतझड़ के।
आपकी खुशी का एक फूल भी ना मुरझाये।
दिल मे तुम्हारे अपनी कमी छोड़ जाएंगे।
आँखों मे इंतेज़ार की लकीर छोड़ जाएंगे।
याद रखना ढूंढ़ते रहोगे हमे।
दोस्ती की ऐसी कहानी छोड़ जाएंगे।
ऐ दोस्त हम ने तर्क़-ए-मोहब्बत के बावजूद,
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी-कभी।
दोस्ती एक रिश्ता है जो निभाए वो फरिश्ता है।
दोस्ती सच्ची प्रीत है जुदाई जिसकी रीत है।
जुदा होके भी ना भूले यही दोस्ती की जीत है।
खुश्बू में भी एहसास होता है।
प्यार का रिश्ता ख़ास होता है।
हर बात जुबां से कहना मुम्किन नही।
इस लिए दोस्ती का दूसरा नाम विशवास होता है।
तेरा रिश्ता इस तरह निभायेगें।
तुम रोज़ खफा होना हम रोज़ मनाएंगे ।
पर मनाने से मान जाना।
वरना ये भीगी पलखे लेके हम कहा जायँगे।
दोस्ती तो झोंका है हवा का।
दोस्ती तो एक नाम है वफ़ा का।
ओरो के लिए कुछ भी हो चाहे।
मेरे लिए दोस्ती एक हसीन तोफा है खुदा का।
ज़िद हर इक बात पर नहीं अच्छी,
दोस्त की दोस्त मान लेते हैं।
वख्त के लमहे परिंदे बन के उड़ जायँगे।
पर यादों के निशान छोड़ जायँगे।
दोस्त बन कर हम दोस्ती निभायेगें।
पर आपके जैसा दोस्त कहा से पाएंगे।
उगता हुआ सूरत रोशनी दे आपको।
खिला हुआ फ़ूल खुश्बू दे आपको।
हम तो खुशी देने के काबिल नहीं।
देने वाला हज़ार खुशियां दे आपको
वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का,
जो पिछली रात से याद आ रहा है।
आज दिल पूछ बैठा अपनी ही तस्वीर से।
तुने क्या पाया है तकदीर से।
तेरी तस्वीर दिल मे बसा कर।
मेने ये प्यारा सा दोस्त पाया है दुनियां की भीड़ से।
मैं हैरान हूँ की क्यों उससे हुई थी दोस्ती अपनी,
मुझे कैसे ग़वारा हो गयी थी दुश्मनी अपनी।
महसूस करो तो “दोस्त” कहना,
छलकूं तो “जज़्बात”
बदलूँ तो, मुझे ‘वक़्त’ कहना,
थम जाऊँ तो “हालात”।
मेरा ज़मीर बहुत है मुझे सजा के लिए,
तू दोस्त है तो नसीहत न कर खुदा के लिए।
आ की तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं,
जैसे हर शै में किसी शै की कमी पाता हूँ मैं