इतना Attitude न दिखा ज़िंदगी में
तकदीर बदलती रहती है
शीशा तो वहीं रहता है पर
तस्वीर बदलती रहती है

शायद मै इसलिए पीछे हूँ
मुझे होशियारी नही आती
बेशक लोग ना समझे मेरी वफादारी
मगर मुझे गद्दारी नहीं आती

करता वही हो जो मुझे पसंद हे माना की
उम्र कम हे मगर हौसले बुलंद हे

माना की तुम्हे सिर्फ़ भोकना आता हे
मगर हमें सिर्फ ठोकना आता हे

अभी काच हु इसलिए दुनिया को चुभता हु
जिस दिन आईना बन जाऊँगा पूरी दुनिया देखेंगी

हमको समझने के लिए
दिल का इस्तमाल करे
अगर दिमाग़ का इस्तमाल करोंगे
तो हेंग हो जाओंगे

आज कल तो अच्छे लोगों का
नाम हे इस दुनिया में जिस
दिन हम बुरे होंगे तब
तो बादशाह हम होंगे

ना घर पर रहते हे ना घाट पर
हम तो उनकी शरण में रहते हे
जिन्हे लोग भस्मधारी महादेव
कहते हे। जय महाकाल


बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते है लोग
क्यूंकि हम रानियो के सामने झुका नहीं करते

ये दुनिया मोहब्बत को मोहब्बत नहीं देती
इनाम तो बड़ी चीज है कीमत नहीं देती
देने को मैं भी दे सकता हूँ गाली उसे
मगर मेरी तहजीब मुझे इजाज़त नहीं देती

हम तो दिलों पर राज किया करते हैं
रूठे हुए को भी हम मना लिया करते हैं
मुलाकातें तो हमारी सबसे कम ही होती हैं
लेकिन हम जब भी मिलते हैं तो मुस्कुरा दिया करते हैं

अपनी मोहब्बत के लिए आशियाना बदल देंगे
दिल ने चाहा तो ये फ़साना बदल देंगे
अरे दुनिया वालों तुम्हारी हस्ती ही क्या है
जरूरत पड़ी तो सारा ज़माना ही बदल देंगे

दिल से करते है मोहब्बत हो या नफरत
तभी तो यारो के यार है और दुश्मनो के दुश्मन

हम कुछ दिन खामोश क्या हुए
तुम्हे लगा राज तुम्हारा होगा
थोड़ा इंतज़ार करो मेरी जान
आतंक दुबारा होगा

पीठ पीछे कौन क्या बोलता है फर्क नहीं पड़ता
सामने किसी का मुंह नहीं खुलता यही काफी है

बेटे दिमाग खराब मत कर
ना तेरे अर्जी से ना मेरी अर्जी से आनी है
और एड्रेस जान के क्या कर लेगा
मौत तो खुदा की मर्जी से आनी है

कैसे कह दु अपना तुमको जब
मुसीबत में साथ खड़े नही हुए तुम
और मेरे कंधे पे हाथ रखोगे बेटे
अभी इतने बड़े नही हुए तुम


शांखो से गिर कर टूट जाऊ मै वो पत्ता नही
आंधियो से कह दो कि अपनी औकात मे रहें

दुनिया में इतनी रस्में क्यों है
प्यार अगर जिंदगी है तो इसमें इतनी कसमे क्यों है
हमें बताता क्यों नहीं यह राज कोई
दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में हूं

तूफ़ान में ताश के महल नहीं बनते
रोने से बिगड़े मुकद्दर नहीं बनते
सारी दुनिया को जीतने का दम रख ऐ बन्दे
क्यूंकि एक हार से लोग फ़कीर
और एक जीत से सिकंदर नहीं बनते

अभी सूरज नहीं डूबा ज़रा सी शाम होने दे
मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दे
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढते क्यों हो
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम तो होने दे

भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामत
तो भूलकर तुम्हे संभालना हमें भी आता है
मेरी फितरत में ये आदत नहीं है वर्ना
तेरी तरह बदल जाना हमें भी आता है

चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है
खबर ये आसमान के अख़बार की है
मैं चलू तो मेरे संग कारवां चल
बात गुरुर की नहीं ऐतबार की है

बिकने वाले और भी हैं जाओ जाकर खरीद लो
हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते हैं

हादसों की ज़द में हैं तो क्या मुस्कुराना छोड़ दें
जलजलों के खौफ से क्या घर बनाना छोड़ दें

हम अच्छे सही पर लोग ख़राब कहतें हैं
इस देश का बिगड़ा हुआ हमें नवाब कहते हैं
हम ऐसे बदनाम हुए इस शहर में
कि पानी भी पिये तो लोग उसे शराब कहते हैं


अभी काच हु इसलिए दुनिया को चुभता हु
जिस दिन आईना बन जाऊँगा पूरी दुनिया देखेंगी

कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते
आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते
हर हालात को बदलने की हिम्मत है हम में
वक़्त का हर फैसला हम गंवारा नहीं करते

सर झुकाने की आदत नहीं है
आँसू बहाने की आदत नहीं है
हम खो गए तो पछताओगे बहुत
क्युकी हमारी लौट के आने की आदत नहीं है

तेरी मोहब्बत मैं और मेरी फितरत मैं फर्क इतना है की
तेरा Attitude नही जाता और मुझे झुकना नहीं आता

हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो
वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है

माना की नसीब में मेरे कोई सनम नहीं
फिर भी कोई शिकवा कोई गम नहीं
तनहा थे और तनहा जिये जा रहे है
बदनसीब तो वो है जिनके नसीब में हम नहीं

हमको आजमाने की जुर्रत किसी की
हम खुद अपना तकदीर लिखते है
खुदा के लिखावट को बदलना तो हमारी फितरत है
हार को जीत में बदल कर हाथों की लकीर बदलते है

राज तो हमारा हर जगह पे है
पसंद करने वालों के दिल में
और नापसंद करने वालों के दिमाग में

ज़िन्दगी से हम अपनी कुछ उधार नहीं लेते
कफ़न भी लेते है तो अपनी ज़िन्दगी देकर

इतनी पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ
सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ
जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश
मैं अक्सर उन्ही के साथ रहता हूँ

जहां दूसरों के लिए भीड़ खड़ी हो
वहाँ खड़ा होना मकसद नही है मेरा
बल्कि मेरे लिए खुद भीड़ खड़ी हो
वो बनना मकसद है मेरा

हमारी तो कुंडली मे शनि है,
हमारे दिल मे मनी है,
और हमसे दुश्मनी है,
तो तेरे लिए ये तीनो ही बहुत महंगी हैं

मेरे बिना रह ना पाओ मुझसे इतना भी प्यार मत करना, जो निभा ना पाओ वो करना वादे हज़ार मत करना, मै जुबाँ का मुसाफिर हूँ कभी निभाने निकल गया तो ज़िन्दगी में आगे बढ़ जाना मेरा इंतज़ार मत करना

तर्रकी देखकर ये वापिस कौन आ रहे है
ब्लॉक करने वालो के भी फ़ोन आ रहे है
जरा भी शर्म नहीं है इन लोगो को
एकबार पहले अपनी औकात दिखाई थी
एकबार फिर अपनी औकात दिखा रहे है
